प्रारंभिक शिक्षा का सार्वभौमिकरण (Universalization of Elementary Education - UEE)
प्रस्तावना: प्राथमिक शिक्षा समाज के प्रत्येक सदस्य के जीवन में एक अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान रखती है। यह एक व्यक्ति के शारीरिक, मानसिक, सामाजिक और भावनात्मक विकास के लिए आवश्यक आधार है। प्राथमिक शिक्षा का उद्देश्य न केवल बच्चों को बुनियादी ज्ञान देना है, बल्कि उन्हें एक जिम्मेदार नागरिक बनाने के लिए तैयार करना है। भारत में, शिक्षा के क्षेत्र में कई सुधार और योजनाएँ बनाई गई हैं, ताकि हर बच्चे को गुणवत्तापूर्ण और समान अवसर प्रदान किया जा सके। प्राथमिक शिक्षा का सार्वभौमिकरण (UEE) भारत सरकार द्वारा उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि प्रत्येक बच्चे को, चाहे वह किसी भी जाति, धर्म, वर्ग या क्षेत्र से हो, 6 से 14 वर्ष की आयु में प्राथमिक शिक्षा प्राप्त हो। इस लेख में, हम UEE के विभिन्न पहलुओं, इसके उद्देश्यों, इतिहास, रणनीतियों, उपलब्धियों और चुनौतियों पर विस्तार से चर्चा करेंगे। प्राथमिक शिक्षा का सार्वभौमिकरण (Universalization of Elementary Education - UEE) क्या है? प्राथमिक शिक्षा का सार्वभौमिकरण का अर्थ है, यह सुनिश्चित करना कि प्रत्येक बच्चे क...