गीता प्रेस द्वारा प्रकाशित श्रीमद्भगवद्गीता (Shrimad Bhagavad Gita published by Gita Press)

 गीता प्रेस गोरखपुर द्वारा प्रकाशित श्रीमद्भगवद्गीता: एक व्यवस्थित मार्गदर्शिका -



गीता प्रेस गोरखपुर ने श्रीमद्भगवद्गीता के विभिन्न संस्करणों को प्रकाशित किया है, जिनकी विविधताओं के कारण पाठकों के लिए सही संस्करण का चयन करना कभी-कभी चुनौतीपूर्ण हो सकता है। इस लेख में, हम इन संस्करणों की एक व्यवस्थित समीक्षा प्रस्तुत करेंगे ताकि आप इसे सही क्रम में पढ़ सकें और गीता की गहरी समझ प्राप्त कर सकें।


1. सरल गीता -

   गीता अध्ययन की शुरुआत 'सरल गीता' से करें। इस संस्करण में श्लोकों को समास विग्रह (श्लोकों के भागों को अलग-अलग करके) करके प्रस्तुत किया गया है, जिससे श्लोकों को पढ़ना और समझना सरल हो जाता है। हर श्लोक के नीचे उसका हिंदी अर्थ भी दिया गया है, जो आपको श्लोकों के मूल भाव को स्पष्ट रूप से समझने में मदद करता है। यह संस्करण उन लोगों के लिए आदर्श है जो गीता के श्लोकों और उनके अर्थ को मूल रूप में समझना चाहते हैं।


2. गीता माधुर्य -

   'गीता माधुर्य' का अध्ययन करने के बाद, आप गीता के प्रत्येक अध्याय का हिंदी में प्रश्न-उत्तर शैली के माध्यम से विश्लेषण कर सकते हैं। यह संस्करण गीता के 18 अध्यायों का संक्षिप्त और प्रभावशाली विश्लेषण प्रदान करता है, जिससे आप गीता के विषयों को समग्र रूप से समझ पाएंगे। 'सरल गीता' के बाद 'गीता माधुर्य' का अध्ययन आपको गीता के व्यापक परिप्रेक्ष्य को समझने में सहायक होगा।


3. गीता मूल रूप -

   इसके बाद, 'गीता मूल रूप' को पढ़ना उपयुक्त रहेगा। इस संस्करण में गीता के श्लोक उनके शुद्ध रूप में प्रस्तुत किए गए हैं और उनके अर्थ 'सरल गीता' के अनुसार ही दिए गए हैं। यह संस्करण आपको गीता के शुद्ध श्लोक और उनकी व्याख्या से परिचित कराता है, जिससे आप गीता की मूल बातें और शास्त्र के शुद्ध शब्दावली को समझ सकेंगे।


4. पदच्छेद अन्वय -

   यदि आप गीता के प्रत्येक श्लोक के संस्कृत शब्दों और उनके हिंदी अर्थ को जानना चाहते हैं, तो 'पदच्छेद अन्वय' सबसे उपयुक्त संस्करण है। इसमें प्रत्येक संस्कृत शब्द का विस्तृत अर्थ प्रदान किया गया है, हालांकि इसमें हिंदी व्याख्या नहीं होती। यह संस्करण गीता के श्लोकों के शब्दों और उनके संदर्भों के विस्तार से विश्लेषण की सुविधा प्रदान करता है।


5. गीता प्रबोधिनी -

   'गीता प्रबोधिनी' के अध्ययन की सलाह इसके बाद दी जाती है। इस संस्करण में गीता के शुद्ध श्लोकों, उनके अर्थ और विस्तृत हिंदी व्याख्या का समावेश है। इससे आपको गीता के गहरे अर्थ और शिक्षाओं को बेहतर तरीके से समझने में मदद मिलेगी, और गीता के शास्त्रीय दृष्टिकोण को बेहतर ढंग से जान पाएंगे।


6. तत्व विवेचनी -  

   यदि आप गीता की गहराई को और विस्तार से जानना चाहते हैं, तो 'तत्व विवेचनी हिंदी टीका' आपके लिए उपयुक्त है। इस संस्करण में श्लोकों, उनके हिंदी अर्थ और व्याख्या को प्रश्न-उत्तर के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है। इससे आप गीता के शिक्षाओं की व्यापकता और गहराई को और अच्छी तरह समझ सकेंगे।


7. साधक संजीवनी -  

   अंत में, यदि आप गीता का गहन और समग्र अध्ययन करना चाहते हैं, तो 'साधक संजीवनी' सबसे उत्कृष्ट विकल्प है। इसमें प्रत्येक श्लोक का विस्तृत विश्लेषण किया गया है, जिसमें श्लोक और संस्कृत पदों का अर्थ, पूरा हिंदी अर्थ और उसकी व्याख्या प्रश्न-उत्तर के माध्यम से की गई है। इसके अलावा, शास्त्रों के अन्य संदर्भ भी शामिल हैं, जो इसे गीता प्रेस की सबसे महत्वपूर्ण पुस्तक बनाते हैं।


इन संस्करणों को इस क्रम में पढ़कर, आप गीता के सभी पहलुओं को एक व्यवस्थित तरीके से समझ सकते हैं और सनातन शास्त्र के गहरे अर्थ को जानने में सक्षम होंगे।

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